हरित क्रांति – कृषि उन्नति योजना (Green Revolution – Krishonnati Yojana) भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य खेती की उत्पादकता बढ़ाना, कृषि तकनीक में सुधार करना और किसानों की आय बढ़ाना है।
🌾 हरित क्रांति – कृषि उन्नति योजना (Krishonnati Yojana)
📌 योजना का उद्देश्य
Krishonnati Yojana के मुख्य उद्देश्य हैं:
फसल उत्पादन में वृद्धि (Yield Enhancement)
आधुनिक कृषि तकनीक और यंत्रों का विस्तार
किसानों को उच्च गुणवत्ता बीज, उर्वरक और जल प्रबंधन तकनीक उपलब्ध कराना
कृषि क्षेत्र में आय और रोजगार बढ़ाना
विशेष रूप से धान, गेहूं, तिलहन और दलहन की उत्पादकता बढ़ाना
🏛️ योजना की पृष्ठभूमि
हरित क्रांति की शुरुआत: 1960s में
Krishonnati Yojana: हरित क्रांति के अनुभव और आधुनिक कृषि तकनीक को किसानों तक पहुंचाने के लिए
मंत्रालय: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार
🌱 योजना के प्रमुख घटक (Components)
1️⃣ बीज और उर्वरक
उच्च गुणवत्ता वाले बीज वितरण
संतुलित उर्वरक उपयोग (Soil Health Card के अनुसार)
2️⃣ सिंचाई और जल प्रबंधन
सूक्ष्म सिंचाई (Drip/Sprinkler)
वर्षा जल संचयन
जल संरक्षण तकनीक
3️⃣ कृषि यंत्र और मशीनीकरण
ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, थ्रेशर आदि
फसल कटाई और प्रसंस्करण में मदद
4️⃣ प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण
किसानों के लिए कृषि प्रशिक्षण और कार्यशाला
नई तकनीक और फसल पैटर्न की जानकारी
5️⃣ फसल बीमा और वित्तीय सहायता
PMFBY या राज्य बीमा योजनाओं से जुड़े लाभ
लागत घटाने के लिए सब्सिडी
👨🌾 पात्रता (Eligibility)
सभी किसान
छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता
किसान समूह / FPO / SHG
💰 वित्तीय सहायता / लाभ
बीज, उर्वरक और कृषि यंत्र पर सब्सिडी
सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं पर वित्तीय सहायता
प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता
राज्य और घटक के अनुसार राशि अलग हो सकती है
📑 आवश्यक दस्तावेज़
आधार कार्ड
भूमि रिकॉर्ड / खेत का प्रमाण
बैंक खाता विवरण
किसान पहचान
📝 आवेदन कैसे करें?
नजदीकी कृषि विभाग / कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से संपर्क
राज्य कृषि पोर्टल या CSC के माध्यम से आवेदन
FPO/SHG के माध्यम से भी आवेदन संभव
🌟 Krishonnati Yojana के फायदे
✔️ फसल उत्पादन और गुणवत्ता में वृद्धि
✔️ कृषि लागत में कमी
✔️ किसानों की आय में सुधार
✔️ आधुनिक तकनीक और मशीनीकरण का लाभ
✔️ टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल कृषि
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